Man ke Hare Har मन के जीते जीत
में मन की शक्ति के बारे में बताया गया है. सफलता के मार्ग पर कदम बढ़ाते बढ़ाते व्यक्ति अचानक सफलता का प्रयास करना छोड़ देता है. इसका एकमात्र कारण उसका हिम्मत हारना होता है. पहला तो उसे अपनी सफलता का मार्ग कठिन लगता है. दूसरे व्यक्ति के मन में दुर्बलता या कमजोरी आ जाती है.लक्ष्य मार्ग का कठिन होना या सरल होना – यह तो किसी व्यक्ति के हाथ में नहीं होता. समय और परिस्थितयों के वश ही आदमी को कोई कार्य कठिन या सरल लगता है. एक इंसान अपनी आत्मिक शक्ति को दृढ़ बनाकर अपने कठिन मार्ग को भी सुगम बना लेता है. कमजोर इच्छा शक्ति वाले व्यक्ति को तो आसान काम भी मुश्किल लगने लगता है.
में मन की शक्ति के बारे में बताया गया है. सफलता के मार्ग पर कदम बढ़ाते बढ़ाते व्यक्ति अचानक सफलता का प्रयास करना छोड़ देता है. इसका एकमात्र कारण उसका हिम्मत हारना होता है. पहला तो उसे अपनी सफलता का मार्ग कठिन लगता है. दूसरे व्यक्ति के मन में दुर्बलता या कमजोरी आ जाती है.लक्ष्य मार्ग का कठिन होना या सरल होना – यह तो किसी व्यक्ति के हाथ में नहीं होता. समय और परिस्थितयों के वश ही आदमी को कोई कार्य कठिन या सरल लगता है. एक इंसान अपनी आत्मिक शक्ति को दृढ़ बनाकर अपने कठिन मार्ग को भी सुगम बना लेता है. कमजोर इच्छा शक्ति वाले व्यक्ति को तो आसान काम भी मुश्किल लगने लगता है.
मनुष्य में मन में असीम शक्ति होती है. व्यर्थ की बातचीत, व्यर्थ के सोच विचार और बेकार काम करने में वह अपने मन की शक्ति को नष्ट कर देता है. यदि वह अपनी उर्जा को इन बेकार कार्यों में लगाकर किसी अच्छे काम में लगाये तो वह संसार में महान और निराले कार्य कर सकता है.
सफलता पाने के लिये यह बहुत जरुरी है कि हम अपने मन की शक्ति को सिर्फ अपने लक्ष्य के कार्य में लगायें. यदि इधर उधर की फ़ालतू बातें हमारे दिमाग में आती हैं तो उसे दिमाग से निकालकर अपने लक्ष्य पर फोकस बनाये रखना चाहिए.
हमें दूसरों की कमजोरियों और गलतियों की ओर नहीं देखनी चाहिए. अपने अपने मन के अन्दर झांक कर देखना चाहिए. अपनी कमजोरियों को दूर करने का प्रयास करना चाहिए. यह हमें और भी शक्तिशाली बनने में सहायक होगा. ऐसा कर हम निरंतर परिष्कृत होकर सफल होते चले जायेंगे.
Man ke Hare Har मन के जीते जीत
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